एयर ब्रेक सिस्टम के मुख्य भाग- ब्रेक पाईप, फीड पाईप, ब्रेक सिलेंडर, सहायक रिज्र्वायर, डी.वी. (डिसटिव्युटर वाल्व , कंट्रोल रिजर्वायर, चेक वाल्व (एन.आर.वी) आईशोलेटिंग काक, डर्ट कलेक्टर, गार्ड एमरजेंशी वाल्व, कट आफ अंगल, एयर होज, पेसंजर एमर्जेंसी अलार्म वाल्व(पी.ई.ए.वी.) ,पेसंजर एमर्जेंसी अलार्म सिगन डिवाईस (पी.ई.ए.एस.डी.) एयर ब्रेक सिस्टम -इसमे ब्रेक लगाने के लिए हवा का प्रयोग किया जाता हैं यदि हवा ब्रेक सिस्टम मे आना बंद हो जाती हैं तो ब्रेक लग जाते हैं 1. ब्रेक पाईप- यह पुरे कोच कि लम्बाई मे एक सिरे से दुसरे सिरे तक होती हैं ओर दोनो सिरो पर एक एक कट आफ एंगल काक लगा होता हैं इसका आन्तरिक व्यास 25मी.मी. होतो हैं यह हरे रंग का होता हैं ओर वेगन मे इसी पाईप का व्यास 32 मी.मी होता हैं इसी पाईप के अंत मे एंगल काक के बाद एयर होज पाईप लगा होता हैं जो इस पाईप को दुसरे कोच के इसी पाईप के साथ जोडने के लिए प्रयोग किया जाता हैं यह दाहिने हाथ की हथेली जेसा होता हैं इसमे 5कि.ग्रा./से.मी2 कि हवा प्रवाहित कि जाती हैं 2. फ़ीड पाईप-- यह पुरे कोच कि लम्बाई मे एक सिरे से दुसरे सिरे तक होती हैं ओर दोनो सिरो पर एक एक कट आफ एंगल काक लगा होता हैं इसका आन्तरिक व्यास 25मी.मी. होतो हैं यह सफेद रंग का होता हैं ओर वेगन मे यह नही होता हैं इसी पाईप के अंत मे एंगल काक के बाद एयर होज पाईप लगा होता हैं जो इस पाईप को दुसरे कोच के इसी पाईप के साथ जोडने के लिए प्रयोग किया जाता हैं यह दाहिने हाथ की हथेली जेसा होता हैं इसमे 6कि.ग्रा./से.मी2 कि हवा प्रवाहित कि जाती हैं 3. ब्रेक सिलेंडर-- प्र्त्येक साधारण कोच के अंडर फ्रेम मे 14" के 2 ब्रेक सिलेंडर( ) व वेगन मे एक ब्रेक सिलेंडर ओर बोगी माउंटेड कोच मे 8" के 4 ब्रेक सिलेंडर ओर एक्सल माउंटेड कोच मे 10" के 8 ब्रेक सिलेंडर लगे होते हैं ब्रेक लगे होने कि स्थिति मे पिस्टन राड बाहर कि ओर निकला होता हैं ओर ब्रेक रिलिज होने पर पिस्टन राड अंदर कि ओर होती हैं. ब्रेक सिलेंडर के अंदर पिसटन के दुसरी ओर एक हेलिकल स्प्रिंग होती हैं जो रिलिज कंडिशन मे पिस्टन को अंदर लाने मे सहायता करती हैं वही वेगन के ब्रेक सिलेंडर मे पिछे कि ओर एक फ्लोटीग लिवर ब्रेक्ट बना होता हैं जो एक पुल राड से जुडा होता हैं जो दुसरी ट्राली पर ब्रेक लगाने का कार्य करता हैं ब्रेक सिलेंडर मे अधिक्तम प्रेसर 3.8+0.1 कि.ग्रा. ब्रेक अप्लीकेसन के दोरान होता हैं 4. सहायक रिजरवायर - प्रत्येक एयर ब्रेक कोच मे 100-100 लिटर के 2 या 200 लिटर का एक ओर वेगन मे 100 लिटर का एक ओर गार्ड्वान मे 75 लिटर का एक लगा होता हैं जो कि अंडर फ्रेम मे लगा होता हैं ए.आर एक ओर एफ. पी. पर लगे डर्ट्कलेक्टर के ब्रांच पाईप से जुडा होता हैं यह ए.आर. ब्रांच पाईप एन.आर.वी. ओर आईसोलेटिंग काक के बाद जुडा होता हैं एवम दुसरी ओर डि.वी. से जुडा होता हैं यह कोचिन्ग मे तो सिधा एफ.पी. पाईप (6कि.ग्रा./से.मी.2) के प्रेसर से चार्ज होता होता हैं लेकिन गुडस मे यह केवल बी.पी से (5कि.गा./से.मी.2) से चार्ज होता हैं 5. डिस्टीबुटर वाल्व(डी.वी) इसे एयर ब्रेक प्रणाली का माईड (हार्ट) कहा जाता हैं प्रत्येक कोच या वेगन मे एक डि.वी. लगा होता हैं यह कोच के अनडर फ्रेम मे कामन पाईप ब्रेक ओर इंटरमिडियट पिस ओर कंट्रोल रिजर्वायर के साथ लगा होता हैं डी.वी. एक ओर ब्रेक सिलेंडर से ओर दुसरी ओर ए.आर. से एक डर्टकलेक्टर के साथ जुडा होता हैं ओर साथ ही एक एक डर्टकलेक्टर के साथ बी.पी. से जुडा होता हैं. 6. कंट्रोल रिजर्वायर-(सी.आर.) -यह अंडर फ्रेम मे कामन पाईप ब्रेकेट के साथ जुडा होता हैं यह सिधा डी.वी के साथ जुडा होता हैं वेगन मे यह बी.पी. प्रेसर (5कि.ग्रा./से.मी.2) से चार्ज होता हैं ओर कोचिंग मे सी.आर. 9 लिटर ओर वेगन मे 6 लिटर का होता हैं हवा के दबाव का अंतर डी.वी ओर सी.आर के मध्य होता हैं 7. चेक वाल्व ( एन.आर.वी.) -इस्का व्यास 3मी.मी. होता हैं यह एफ.पी. कि ब्रांच पर आईसोलेटिंग कोक ओर ए.आर. के बिच मे लगी होती हैं यह एफ.पी. का 6कि.ग्रा./से.मी.2 प्रेसर ए.आर. मे जाने देती हैं. लेकिन ए.आर.प्रेसर को वापिस नही जाने देते हैं यदी बी.पी. परिक्सण के दोरान मे एफ.पी. गेज मे यदी रिडिंग आ जाए तो यह माना जाता हैं कि एन.आर..वी. खराब हैं . 8. आईसोलेटिंग काक- सभी एयर ब्रेक प्रणाली मे साधारण कोच मे सामान्य 5 ओर ओर वेगन मे 2 बाल टाईप आईसोलेटिंग काक लगे होते हैं कोच मे ये आईसोलेटिंग काक -01 - एफ.पी ओर आईसोलेटिंग काक के बिच --01 - प्रत्येक ब्रेक सिलेंडर के साथ (1+1) --01- पी.ई.वी. मे जाने वाले ब्रांच पाईप के साथ लगा होता हैं वेगन मे आईसोलेटिंग काक -- --01 + 01-- ब्रेक सिलेंडर पाईप पर 9. डर्ट कलेक्टर-( किडनी आफ ब्रेक सिस्टम) - यह धुल व मित्त्टी को डी.वी. तक जाने से रोक्ता हैं ये दो प्रकार के होते हैं --1. थ्री वे - यह एफ.पी. ओर बी.पी. पाईप पर लगता हैं 2. टु वे - यह एफ.पी. ओर बी.पी. पाईप पर एक एक लगता हैं लेकिन इस्से आईसोलेटिंग काक भी लगा होती हैं वेगन मे यह केवल बी.पी. के ब्रांच पाईप पर लगा होता हैं * थ्री वे डर्ट कलेक्टर मे सफाई ओर टेस्टिंग दोनो काम एक साथ सम्भव हैं * थ्री वे डर्ट कलेक्टर टुटने पर गाडी को सिंगल पाईप करके ले जाना पडता हैं * जब्की टु वे मे डर्ट कलेक्टर को आईसोलेट करके गाडी को गंतव्य तक ले जाया जा सक्ता हैं * थ्री वे डर्ट कलेक्टर टुटने पर बदलना बहुत मुस्किल होता हैं क्योकि इंके फ्लेंज हि नही मिलते ओर टु वे मे आसानी से बदल सकते हैं * कोचिग मे इस्की सफाई हर महिने कि जाती हैं ओरवेगन मे सफाई आर.ओ.एच. के दोरान होती हैं 10. गार्ड एमर्जेंसी वाल्व- यह गार्ड केबिन मे लगा होता हैं वेगन व कोचिंग दोनो मे यह बी.पी. के प्रेसर पाईप पर लगा होता हैं जबकी वेगन मे केवल बी.पी. के प्रेसर पाईप ओर कोचिग मे गेज दोनो प्रेसर पाईप पर गेज लगा होता हैं 5मी.मी. व्यास कि एक चोक लगी होती हैं एमर्जेंसी मे गार्ड इसका प्रयोग करता हैं 11. कट आफ एगल काक--कोच के बी.पी. ओर एफ.पी के पाईप मे दोनो ओर एक एक लगा होता हैं इसमे 2 बी.पी. ओर 2 एफ.पी के होते हैं एक हेंडल कि सहायता से इसे बंद करने पर एक वेंट से प्रेसर निकलने लगता हैं इसके साथ ही एयर होज पाईप पाम एंड के साथ फित होता हैं 12. एयर होज- एयर ब्रेक कोच के दोनो ओर दोनो प्रेसर पाईपो मे ये लगे होते हैं वेगन मे केवल बी.पी पाईप होता हैं एयर होज के एक सिरे पर पाम एंड (कप्लिंग हेड) ओर दुसरे सिरे पर एक निप्पल लगी होती हैं निप्पल के साथ एक लकिंग नट भी लगा होता हैं एयर होज कि लम्बाई- 660 से 670 मी.मी पुरी लम्बाई - 784 से 796 मी.मी (निप्पल के एंड से पाम एंड के छेद के बिच तक) निप्पल -कि लम्बाई- 121 मी.मी. पाम एंड को आपस मे जोडने के लिये - लाकिंग पिन होती हैं बी.पी पाम एंड -दाहिने ओर एफ.पी पाम एंड बाए हाथ कि त्रह होता हैं 13.पेसेंजर एमर्जेंसी अलार्म वाल्व- (पी.ई.ए.वी.) -- यह सभी एयर ब्रेक कोच मे एक हि लगा होतास हैं इस्का व्यास 8मी.मी होता हैं इस फिटिंग के पहले 20मी.मी. कि ब्रांच पाईप सेर पहले एक आईसोलेटिंग काक भी लगा होता हैं जब यात्री चेन खिचता हैं तो पीव से जुडी पिसड(पी.ई.ए.एस.डी) के उप्पर उठने से पिसड ओर पिव( पी.ई.ए.वी) के बिच कि एयर पिव के चोक से बाहर वायुमंडल मे निकलने लगती हैं जिससे जोर को आवाज सुनाई देती हैं 14. पेसेंजर एमर्जेंसी अलार्म सिगनल डिवाईस (पी.ई.ए.एस.डी.)--कोच के एंड पेनल पर दोनो ओर एक उप्पर कोनो मे दो पी.ई.ए.एस.डी गी होती हैं इन दोनो को एक 10मी.मी व्यास के पाईप से पीव से जोडा जाता हैं दोनो पी.ई.ए.एस.डी. कोच मे अलार्म चेन से जुडी होती हैं जिसके सहयोग से ए.सी.पी का कार्य पुरा होता हैं
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