डी.वी (डिस्टीबुटर वाल्व )केसे काम करती है?

   हाय दोस्तो आज हम    डी.वी (डिस्टीबुटर वाल्व )केसे काम करता है?  के बारे मे बात करते हैं    
                                                                                                                                                                               मुख्य रूप से  डी.वी का मुख्य काम कोच मे ब्रेक लगाना ओर रिलिज करना होता हैं  लेकिन यह काम केसे कर्ता हैं यह देखते हैं- ट्रेन मे इंजन से प्रेसर बन्ता हैं ओर ट्रैन के सभी कोच मे एफ.पी(फिड पाईप) ओर बी.पी (ब्रेक पाईप)से प्रेसर के रूप मे सभी कोच के ब्रेक पेनल मे पहुचता हैं इस ब्रेक पेनल मे एफ पी का प्रेसर  एक रिजरवायर(125लिटर) मे स्टोर होता हैं फिर यह डिसटिबुटर वाल्व मे निचे से पहुचता हैं ओर इसी डी.वी मे बी.पी का प्रेसर उप्पर से आता हैं यहि से ब्रेकिंग ओर रिलिजिंग कि प्रकिरिया पुरी होती हैं जो निचे लिखे अनुसार हैं 

 अब देखते हैं कि यह काम केसे  करती हैं?                                                                                                       

 डि.वी. मे एक मुख्य वाल्व होता हैं जिसमे उप्पर वाले हिस्से मे बी.पी. का (5कि.ग्रा./से.मी.2)  प्रेसर आता हैं ओर एग्जिलरि रिजरव्वायर से प्रेसर  फीड पाईप का प्रेसर (6कि.ग्रा./से.मी.2) वाल्व मे निचे से आता हैं।                                                                                                                                                                                                                                                                         1. जब गाडी रिलिज अव्स्था मे खडि होती हैं तो  वाल्व का पिस्टन बिच मे  आ जाता हैं ओर वाल्व मे लगे एक पाईप से दोनो ट्रोलियो के बी.सी.(ब्रेक सिलेंडर) मे (फीड पाईप) रिजरवायर (125 लिटर)से प्रेसर जाता  हैं  उसे  पिस्टोन बी.सी. मे जाने से रोक देता हैं ओर ब्रेक सिलेंडर मे बचा हुआ प्रेसर डी.वी के वाल्व मे बने वेंट हाल से बहार हवा मे निकल जाता हैं ओर ब्रेक रिलिज रहते हैं ।  

 2. जब ड्राईवर बी.पी का प्रेसर को गिराता हैं तो डि.वी. के वाल्व मे बी.पी प्रेसर कम होने लगता हैं ओर रिजर्व वायर से प्रेसर(एफ.पी) डि.वी. के वाल्व मे जाने लगता हैं जिससे पिस्टन उप्पर कि ओर उठ जाता हैं ओर डि.वी. से ब्रेक सिलेंडर मे जाने वाली पाईप  का होल खुल जाता  हैं ओर दोनो ट्रोलीयो के ब्रेक सिलेंडरो मे प्रेसर से ब्रेक लग जाते  हैं ।                                                                                                                                                                                                                                                            3.जेसे ही डाईवर बी.पी. के प्रेसर को बढाता हैं तो डी.वी.  मे पिस्टन निचे कि ओर आता है ओर बी.सी. मे जाने वाली पाईप मे जाने वाले एफ.पी. प्रेसर के सास्ते को बंद कर देती हैं साथ ही बी.सी. के प्रेसर वाली लाईन  को वाल्व मे बने एग्जास्ट होल से जोड देता हैं जिस्से बी.सी.का प्रेसर बाहर निकल जाता हैं ओर गाडी के ब्रेक रिलिज हो जाते हैं । 

4. ब्रेक सिलेंडर के डायाफ्राम मे एक इस्प्रिंग लगी होती  हैं जो अपने प्रेसर से डायाफ्राम  को अंदर धकेलती हैं ओर ब्रेक क्रिलीज हो जाते हैं।   

5.मुख्य भाग- डी.वि. , --बी.पी. पाईप ओर प्रेसर, एफ.पी पाईप ओर प्रेसर,एन.आर.वी.( नाउन रिटर्निग वालव)वालव - मेंटिननस के लिए, डस्ट कलेक्टर,एग्जीलरी रिजरव्वायर-125लिटर-ब्रेकिंग के लिए, रिजरवायर-6 लिटर-बी.पी के प्रेसर को काऊट करने के लिए, पिस्टन, एग्जास्ट होल, ब्रेक सिलेंडर, डायाफ्राम , स्प्रिंग, ब्रेक पेड 

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